पाकिस्तान में हर पल बदल रही सियासी तसवीर के बीच विपक्षी दलों ने इमरान ख़ान की हुकूमत पर हमला बोल दिया है। पाकिस्तान मुसलिम लीग (नवाज़) की नायब सदर मरियम नवाज़ ने कहा है कि इमरान ख़ान का गेम ओवर हो गया है। पीएमएल (एन) की ओर से नेशनल एसेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज़ शरीफ को मुल्क़ के वज़ीर-ए-आज़म पद के लिए उम्मीदवार भी बनाया गया है।
उधर, इमरान ख़ान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ़ यानी पीटीआई के नेता पीटीआई से बग़ावत करने वाले सांसदों के खिलाफ लोटा लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मरियम नवाज़ ने इसलामाबाद हाई कोर्ट के बाहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हुकूमत में बैठी पीटीआई अब टूट चुकी है और इमरान ख़ान इस बारे में जानते हैं कि अब उन्हें बचाने कोई नहीं आएगा। मरियम ने कहा कि इमरान ख़ान कहते हैं कि इसके पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश है लेकिन उन्होंने ख़ुद के खिलाफ साजिश की है।
28 को हो सकती है वोटिंग
पाकिस्तान में विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट यानी पीडीएम की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 25 मार्च को नेशनल एसेंबली की बैठक बुलाई गई है। अविश्वास प्रस्ताव पर 28 मार्च को वोटिंग हो सकती है। पीएमएल (एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी यानी पीपीपी के 100 सांसदों की ओर से यह अविश्वास प्रस्ताव बीते 8 मार्च को लाया गया था। इसमें कहा गया है कि मुल्क के खराब आर्थिक हालात और बढ़ती महंगाई के लिए इमरान खान जिम्मेदार हैं।
उधर, पीटीआई के कारकून पार्टी से बगावत करने वाले 24 सांसदों के खिलाफ मुल्क में कई जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पीटीआई के कारकूनों का कहना है कि इन सांसदों ने अपने जमीर को बेच दिया है और इमरान और पाकिस्तान की आवाम को धोखा दिया है।
इसलामाबाद में जमावड़ा
27 मार्च को पीडीएम और पीटीआई आमने-सामने होंगे क्योंकि इस दिन इसलामाबाद में पीडीएम और पीटीआई की रैलियां हैं। पीडीएम की रैली में जहां शहबाज़ शरीफ, बिलावल जरदारी भुट्टो, मौलाना फजलुर रहमान, मरियम नवाज़ सहित कई बड़े नेता शामिल होंगे वहीं पीटीआई की रैली में वज़ीर-ए-आज़म इमरान ख़ान शामिल होंगे।
पीडीएम की ओर से इमरान ख़ान के खिलाफ मुल्क के कई शहरों में बड़ी-बड़ी रैलियां की जा चुकी हैं। अपनी हुकूमत पर आए खतरे को देखते हुए इमरान ख़ान भी इन दिनों कई इलाकों में जाकर रैलियां कर रहे हैं और 27 मार्च को लगभग 10 लाख कार्यकर्ताओं की एक रैली उन्होंने इसलामाबाद में बुलाई है।
यह आशंका जताई जा रही है कि इस दौरान दोनों के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प भी हो सकती है।
बहरहाल, पाकिस्तानी फौज़ के द्वारा इमरान ख़ान से इस्तीफा देने की खबरों और पीटीआई के 24 सांसदों की बगावत के कारण इमरान खान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पीटीआई के सांसदों के अलावा एमक्यूएम पाकिस्तान और पीएमएल क्यू भी विपक्षी दलों के गठबंधन पीडीएम का साथ देने जा रहे हैं और नेशनल असेंबली में इमरान की हुकूमत के खिलाफ वोट करेंगे। ऐसा दावा बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी की ओर से किया गया है।
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