क्या तालिबान अफ़ग़ानिस्तान में सरकार बनाते समय अपनी नीतियों में बदलाव करेंगे? कट्टरता में कमी लाएंगे और महिलाओं के अधिकारों को अपनी कठोर नीतियों में जगह देंगे? क्या वे समावेशी सरकार बनाने के लिए यह सबकुछ करेंगे?