पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ यानी पीटीआई के 8 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्यकर्ता पीटीआई के सोशल मीडिया विभाग से जुड़े हैं और इन पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तानी फौज के मुखिया कमर जावेद बाजवा के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक अभियान चलाया है।
इमरान के प्रधानमंत्री के पद से हटने के बाद पीटीआई के कार्यकर्ता पूरे देश में जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं और उनके निशाने पर सुप्रीम कोर्ट और अमेरिका के साथ ही कमर जावेद बाजवा भी हैं।
पीटीआई के 8 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पंजाब प्रांत के अलग-अलग हिस्सों से हुई है और यह गिरफ्तारी फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी एफआईए ने की है।
एफआईए को 50 ऐसे लोगों के नाम मिले हैं जो पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट और आर्मी चीफ के खिलाफ सोशल मीडिया में अभियान चला रहे हैं। गिरफ्तार किए गए 8 लोगों को हिरासत में भेज दिया गया है।
फौज का साथ जरूरी
पाकिस्तान की हुकूमत में बने रहने के लिए फौज का समर्थन होना बेहद जरूरी है। इमरान खान जब प्रधानमंत्री बने थे तो यही कहा गया था कि फौज ने उन्हें इस ओहदे पर बैठाया है लेकिन आईएसआई चीफ की नियुक्ति के मामले में फौज और हुकूमत के रिश्ते ऐसे बिगड़े कि फौज ने उन्हें अपने पद से हटने के लिए कह दिया।
बीते दिनों इस तरह की भी खबरें आई थी कि इमरान खान कमर जावेद बाजवा को आर्मी चीफ के पद से हटाना चाहते थे। इमरान ने कुछ मौकों पर फौज की आलोचना की थी।
पीटीआई लगातार मांग कर रही है कि मुल्क में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने चाहिए लेकिन विपक्षी दल और फौज इसके लिए तैयार नहीं दिखते।
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