यदि कहें कि कोरोना वायरस से लड़ने में भारत को जर्मनी से सीख लेनी चाहिए तो पहली नज़र में शायद आप चौंक जाएँ। ऐसा इसलिए कि जर्मनी में कोरोना पॉजिटिव 97 हज़ार से ज़्यादा हैं और भारत में सिर्फ़ साढ़े तीन हज़ार। ऐसे में हमें क्या जर्मनी से सीखने की ज़रूरत है? दरअसल, हमें ही नहीं, पूरी दुनिया को सीखने की ज़रूरत है। दुनिया का सबसे ताक़तवर देश अमेरिका जर्मनी से लोगों की जानें बचाने के नुस्खे पूछ रहा है। जर्मनी में पॉजिटिव केस ज़्यादा हैं तो क्या लेकिन वहाँ मृत्यु दर काफ़ी कम है। दक्षिण कोरिया, चीन, फ़्रांस, अमेरिका, इटली इन सभी देशों से कम। यानी जर्मनी अपने मरीजों की ज़िंदगियाँ काफ़ी अच्छी तरह बचा रहा है जबकि दूसरे देश उस तरह से नहीं।