चीन ने भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों को निशाना बनाया है और लाखों लोगों के ख़ुफ़िया डेटा चुराए हैं। उसके निशाने पर समाज के हर वर्ग के लोग हैं, राजनेता से लेकर पॉप सिंगर और सेना प्रमुख से लेकर तस्कर तक, हर तरह के लोगों के ख़ुफ़िया डेटा वह एकत्रित कर रहा है।
चीनी कंपनी ज़ेनहुआ के पास हैं 24 लाख लोगों के डेटा, निशाने पर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया भी
- दुनिया
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- 14 Sep, 2020

चीन पर डेटा चुराने का आरोप पहले भी लग चुका है। पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अमेरिका में पढ़ रहे या शोध कर रहे एक हज़ार चीनियों के वीज़ा रदद् कर दिए। इन लोगों पर आरोप है कि वे वहां शोध कार्य चुराने के मकसद से गए है। वे वहां के विश्वविद्यालयों से तमाम तरह की बौद्धिक संपदा चुरा लेते हैं और भाग कर अपने देश वापस चले आते हैं।