क्या ताज़िक, उज़बेक और हज़ारा क़बीलों के लोग आपसी मतभेद और अतीत की लड़ाइयों और कटुता को भुला कर एकजुट हो पश्तून प्रभुत्व के प्रतीक तालिबान को चुनौती देंगे?