हम इज़राइल के साथ हैं।” इस वाक्य का क्या अर्थ है? और क्या किसी को इससे इनकार हो सकता है? अगर किसी मुल्क से मुराद उसकी अवाम से है तो किसी को भी किसी अवाम के साथ होने में परहेज़ आख़िर क्यों कर हो?