हम इज़राइल के साथ हैं।” इस वाक्य का क्या अर्थ है? और क्या किसी को इससे इनकार हो सकता है? अगर किसी मुल्क से मुराद उसकी अवाम से है तो किसी को भी किसी अवाम के साथ होने में परहेज़ आख़िर क्यों कर हो?
वो कौन हैं जो इज़राइल के साथ हैं?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 23 Oct, 2023

फिलिस्तीनियों की आजादी को ज्यादा दिनों तक रोका नहीं जा सकेगा। यह स्थिति इसलिए पैदा हुई है कि अब इजराइल हर फिलिस्तीनी को हमास मान बैठा है। फिसिस्तीनी भी यह मान बैठा है कि जब वो हमास का सिपाही बना दिया गया है तो इससे बेहतर है कि आजादी की लड़ाई लड़े। स्तभंकार अपूर्वानंद कह रहे हैं कि दुनिया के तमाम चिन्तक, लेखक कह रहे हैं कि इजराइली जनता के हितचिन्तक वो लोग नहीं हैं जो उसे लड़ाई के लिए फिलिस्तीनी सुरंग में ढकेलना चाहते हैं। खासकर जब आपके पास वियतनाम और अफगानिस्तान जैसे उदाहरण मौजूद हैं। पढ़िएः