भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल, 2022 को दिल्ली में ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि “…प्रधानमंत्री संग्रहालय, आजादी के बाद से भारत के प्रत्येक प्रधानमंत्री को, उनके कार्यकाल और विचारधारा से निरपेक्ष, एक श्रद्धांजलि है।” वास्तव में यह संग्रहालय देश के हर प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र निर्माण में किए गए योगदान का एक कोलाज है जिसे आने वाली पीढ़ियाँ अच्छी तरह समझ सकती हैं। लेकिन प्रश्न यह है कि भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री के बारे में आने वाली पीढ़ियाँ इस संग्रहालय में क्या देखेंगी?
घृणा के इस दौर में क्या है पीएम की जिम्मेदारी
- विमर्श
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- 17 Apr, 2022

देश में जब चारों तरफ नफरत का माहौल है, ऐसे में देश के प्रधानमंत्री की क्या जिम्मेदारी है। इस पर बहुत विचार करने की जरूरत है।
जब इस दौर का इतिहास लिखा जाएगा तो उन्हे किताबों में क्या पढ़ने को मिलेगा? हाल की कुछ घटनाएं शायद इसका उत्तर दे दें। यति नरसिंहानंद नाम का एक तथाकथित साधु देश की महिलाओं का खुलेआम अपमान करता है, उन्हे बच्चा पैदा करने वाली मशीन बनाने की आकांक्षा रखता है, देश के मुसलमानों के कत्लेआम का खुलेआम आह्वान करता है और आसानी से जमानत पर रिहा होकर फिर से इसी गंदगी को जनमानस के बीच बांटने लगता है। जब इस नरसिंहानंद पर कार्यवाही नहीं होती और कड़ा संदेश नहीं जाता तो कई और नरसिंहानंदों का उत्पादन शुरू हो जाता है।