2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान कर्नाटक की एक रैली में काँग्रेस नेता राहुल गाँधी द्वारा नीरव मोदी, ललित मोदी जैसे भगोड़े अपराधियों को लेकर की गई टिप्पणी को उन सभी लोगों के साथ जोड़ दिया गया जिनके नाम के पीछे ‘मोदी’ लगा हुआ है। हिन्दू, मुस्लिम और पारसियों तक फैले इस ‘मोदी’ सरनेम (सोहराब मोदी, सर होमी मोदी,काल्पेन मोदी, करिश्मा मोदी,गूजरमाल मोदी,सुभाष मोदी,मुरूगप्पा मोदी,पीलू मोदी, रूसी मोदी) को समाहित करने वाला एक स्वघोषित नेता (पूर्णेश मोदी) उभर गया, जो इत्तेफ़ाकसे भारतीय जनता पार्टी का सदस्य और विधायक निकला और उसने कर्नाटक में दिए गए भाषण को लेकर गुजरात में मानहानि का मामला दर्ज करवा दिया। 23 मार्च को सूरत के चीफ जूडिशल मजिस्ट्रेट ने राहुल गाँधी को 15 हजार के जुर्माने के साथ 2 साल की सजा सुना दी।