ग़ज़ल फ़ारसी का शब्द है जिसका मतलब होता है ऐसी कविता जिसमें स्त्री की सुंदरता और उसके प्रति प्रेम का वर्णन किया गया हो। लेकिन उर्दू ग़ज़ल ने आरंभ से ही स्त्री की सुंदरता और प्रेम के दायरों को तोड़ दिया। ग़ज़ल लेखकों ने सामाजिक सरोकार से लेकर सत्ता से बग़ावत तक को अपना विषय बनाया।

ग़ज़ल की यात्रा को नाटक “दाखिल ख़ारिज” में समेटने की कोशिश की गयी है। ग़ज़ल की यात्रा शुरू होती है प्रारंभिक लेखक मीर तक़ी मीर, ज़ौक़, और ग़ालिब जैसे लेखकों से।
ग़ज़ल की इसी यात्रा को नाटक “दाखिल ख़ारिज” में समेटने की कोशिश की गयी है। ग़ज़ल की यात्रा शुरू होती है प्रारंभिक लेखक मीर तक़ी मीर, ज़ौक़, और ग़ालिब जैसे लेखकों से।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक