चीन ने अपनी एक प्रयोगशाला में दस करोड़ डिग्री तापमान वाले प्लाज्मा को 1066 सेकंड (17 मिनट 46 सेकंड) तक स्थिर रखकर विश्व कीर्तिमान बनाया ही है, फ्यूजन एनर्जी की संभावना को कुछ और करीब लाकर देर-सबेर ग्लोबल वॉर्मिंग का मुकाबला हो पाने की उम्मीद भी जगा दी है। पिछले तीन सालों में इस लैब ने प्लाज्मा को स्थिर रखने के अपने ही रिकॉर्ड को 403 सेकंड के ढाई गुने से भी ऊपर ला दिया है, हालाँकि ऐसे रिकॉर्ड बनाए जाने की ख़बरें चीन के अलावा बीच-बीच में अमेरिका, जापान और कोरिया से भी आती रही हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में यकीनन कुछ बहुत बड़ा घटित होने जा रहा है। लेकिन यह एक झटके में हो जाने वाला काम नहीं, कई तरफ़ से चलकर लंबे समय में मंजिल तक पहुंचने वाली वैश्विक परियोजना है और इन ख़बरों का कुछ सिर-पैर समझने के लिए हमें थोड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है।