उस्ताद अमजद अली ख़ान ने सरोद पर राग दुर्गा सुनाने के पहले एक मार्मिक टिपण्णी की। वैसे तो राग दुर्गा, शृंगार रस और रोमांटिक प्रेम का राग है,लेकिन उन्होंने कहा कि दुर्गा कभी कभी रोती भी है और वो शुद्ध राग दुर्गा से पहले दुर्गा के रोदन को सुर देंगे। आम तौर पर कलाकार मंच से राजनीतिक टिपण्णी नहीं करते। लेकिन उस्ताद ने डोनाल्ड ट्रम्प को अमेरिकी राष्ट्रपति बनने पर इस बात के लिए बधाई दी कि उन्होंने महिलाओं से बलात्कार करने वालों को मौत की सजा देने का कानून बनाने की घोषणा की है।

उस्ताद अमजद अली खान मंच पर हों और वो कोई नया राग न छेड़ें या पुराने रागों में कोई प्रयोग न करें यह हो नहीं सकता। वरिष्ठ पत्रकार शैलेश ने उस्ताद का गाया राग दुर्गा सुना और यह शानदार रिपोर्ट बनाई। पढ़ियेः
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक