कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरूवार को उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान का आगाज़ किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आज लोगों को आपस में लड़ाकर देश को कमजोर किया जा रहा है।
उत्तराखंड में चूंकि पूर्व व वर्तमान सैनिकों की आबादी सरकार बनाने में एक बड़ा रोल अदा करती है, इसलिए कांग्रेस ने विजय सम्मान रैली के जरिये सैनिकों को साधने की पूरी कोशिश की। राहुल गांधी ने रैली में ऐसे पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया जो 1971 के युद्ध में लड़े थे। कांग्रेस इस मौक़े पर विजय दिवस भी मना रही है।
कांग्रेस ने 1971 के युद्ध में क्या हुआ था, इसे लोगों तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम भी बीते महीनों में किए हैं।
राहुल ने रैली में कहा, “मेरी दादी इंदिरा गांधी ने इस देश के लिए अपना ख़ून दिया है। मैं उस दिन को नहीं भूल सकता जब मुझे बताया गया कि मेरी दादी को 32 गोलियां लगी हैं।” राहुल ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने भी देश के लिए शहादत दी है और इसलिए उनका यहां के लोगों से रिश्ता है।
उन्होंने कहा कि आज लोगों को आपस में लड़ाकर देश को कमजोर किया जा रहा है। लोग इस मुगालते में न रहें कि देश मजबूत हो रहा है, देश लड़ाकू विमानों, हथियारों से नहीं बल्कि वहां के लोगों की वजह से मज़बूत होता है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान इसलिए हारा क्योंकि वह अंदर से कमजोर था और हिंदुस्तान इसलिए जीता क्योंकि हम अंदर से मज़बूत थे। उन्होंने कहा कि जब तक दिल्ली से बीजेपी की विदाई नहीं होगी युवाओं को रोज़गार नहीं मिल सकता।
राहुल ने कहा कि आम लोगों की जेब से पैसे निकालकर मोदी जी के उद्योगपति मित्रों की जेब में डाला जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनाएं।
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने छोटे उद्योगपतियों, दुकानदारों को ख़त्म कर दिया है और बेरोज़गारी बेतहाशा बढ़ रही है। रैली में हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए सीडीएस बिपिन रावत व अन्य सैन्य अधिकारियों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
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