यूपी के मुसलमानों के वोट को लेकर लामबंदी शुरू हो गई है। यह अलग बात है कि प्रदेश का बीस फीसदी मुसलमान तटस्थ बना हुआ है और किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है। अभी तक ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असद्दुदीन ओवैसी मुसलमानों वोटों के दावेदार बनकर घूम रहे थे। लेकिन अब नया नाम सुन्नी बरेलवी मसलक के बड़े मौलाना तौकीर रजा खान का नाम भी जुड़ गया है। तौकीर ने कांग्रेस पार्टी के समर्थन का ऐलान किया है। मौलाना तौकीर पहले भी राजनीतिक ऐलान करते रहे हैं लेकिन इस बार का ऐलान यूपी की जिन परिस्थितियों में किया गया है, उसके बहुत अर्थ लगाए जा रहे हैं।
मुस्लिम वोटों की लामबंदी में मौलाना तौकीर रजा भी कूदे, कितना वोट दिला पाएंगे
- राजनीति
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- 18 Jan, 2022
सुन्नी बरेलवी मसल के मौलाना तौकीर रजा खान ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस के समर्थन का ऐलान किया है। इसका कितना असर पड़ेगा, जानते हैं इस रिपोर्ट से।

ओवैसी अभी तक सौ से ज्यादा मुस्लिम प्रत्याशियों का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने चुन-चुन कर मुस्लिम बहुल इलाकों से मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं। वो पिछले दो महीने से यूपी के तमाम मुस्लिम बहुल शहरों में रैलियां करते घूम रहे थे। उनकी रैलियों में भीड़ जुटने के बाद भी यूपी के मुस्लिम ओवैसी की पार्टी के पक्ष में कोई पॉजिटिव रेस्पॉन्स नहीं दे रहे हैं। ओवैसी को यूपी के मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने सुझाव दिया कि वो सपा प्रमुख अखिलेश यादव से चुनावी गठबंधन कर लें। लेकिन बात न बननी थी और न ही बनी।