उत्तराखंड के सिर्फ जोशीमठ में ही मकानों में दरारें नहीं आ रही हैं बल्कि ऐसे ही हालात कर्णप्रयाग में भी हैं और रुद्रप्रयाग जिले के मरोड़ा गांव में भी कई घरों में दरारें आ गई हैं। इन जगहों पर भी लोग जोशीमठ की ही तरह अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। जोशीमठ और कर्णप्रयाग चमोली जिले में पड़ते हैं। कर्णप्रयाग में लगभग 50 हजार लोग रहते हैं।
जोशीमठ ही नहीं कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग में भी आई घरों में दरारें
- उत्तराखंड
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- 10 Jan, 2023
कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर में 50 से ज्यादा घरों में चौड़ी दरारें आ चुकी हैं और बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को छोड़ कर जा चुके हैं। कर्णप्रयाग के लोग भी घरों में दरारें आने के लिए एनटीपीसी के द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य को जिम्मेदार ठहराते हैं।

कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर में 50 से ज्यादा घरों में चौड़ी दरारें आ चुकी हैं और बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को छोड़ कर जा चुके हैं। कर्णप्रयाग जोशीमठ से 80 किलोमीटर दूर है। यहां के लोग भी घरों में दरारें आने के लिए एनटीपीसी के द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य को जिम्मेदार ठहराते हैं।
हालांकि एनटीपीसी ने इससे इनकार किया है कि उसके द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य से जोशीमठ या दूसरी जगह पर दरारें आई हैं।