19 वर्षीय अंकिता भंडारी 12वीं पास थीं। कॉलेज जाना चाहती थीं। उनके परिवार में इतनी आमदनी नहीं थी और इसलिए उन्होंने कुछ काम करने का फ़ैसला किया। काम शुरू भी किया, लेकिन वह अपनी पहली कमाई की सैलरी भी नहीं ले सकी थीं कि उनकी हत्या कर दी गई।
अंकिता भंडारी: पढ़ाई छोड़ नौकरी की, सैलरी मिलने से पहले हत्या
- उत्तराखंड
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- 26 Sep, 2022
उत्तराखंड की अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में एसआईटी आरोपियों को रिमांड पर ले सकती है। जानिए, अंकिता ने कब से वहाँ काम करना शुरू किया था और उसकी क्या मजबूरी थी।

अंकिता के परिवार वालों का कहना है कि उन्होंने 28 अगस्त को उस रिसॉर्ट को ज्वाइन किया था जो बीजेपी नेता के बेटा का है। वह रिसॉर्ट अंकिता के डोभ श्रीकोट गांव से क़रीब 130 किलोमीटर दूर है। उनके परिवार वालों का कहना है कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से उनकी पढ़ाई बीच में छूट गई थी और उन्होंने रुपये कमाने के लिए घर से इतनी दूर जाकर रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करने का फ़ैसला किया था।