अंकिता भंडारी की माँ ने अब सनसनीखेज आरोप लगाया है कि उनको उनकी बेटी का चेहरा भी आखिरी बार नहीं देखने दिया गया और जल्दबाज़ी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि उनके साथ छल किया गया था और उन्हें अस्पताल में ले जाया गया था। उन्होंने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि उनकी तबीयत ख़राब होने की वजह से उनको अस्पताल में भर्ती किया गया था।
अंकिता की माँ ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्हें उनकी बेटी के पास ले जाने के बहाने अस्पताल में ले जाया गया। पहले मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि उनको अस्वस्थ होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालाँकि, अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वह ठीक हैं और झूठे बहाने से उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
ऋषिकेश के एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाली 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की कथित तौर पर रिसॉर्ट का मालिक और बीजेपी नेता के बेटे ने हत्या कर दी थी। रिसॉर्ट से लापता होने के छह दिन बाद शनिवार को पुलिस ने अंकिता का शव एक नहर से बरामद किया। अब बीजेपी से निष्कासित नेता के बेटे समेत तीन लोगों को उस मामले में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ़्तार लोगों में राज्य के पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य, रिसॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता शामिल हैं।
इस मामले में कथित तौर पर धीमी गति से कार्रवाई करने के लिए पुलिस के ख़िलाफ़ भारी विरोध हो रहा है। इसी बीच रविवार शाम को अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिवार ने मामले में सरकार की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए थे।
परिवार और प्रदर्शनकारियों ने शुरू में शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने उस रिसॉर्ट के विध्वंस करने पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि यह सबूतों को नष्ट करने का एक प्रयास था।
एक अंतरिम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि किशोरी की मौत डूबने से हुई थी और उसके शरीर पर चोट के निशान थे।
किशोरी की कथित तौर पर होटल के मालिक और भाजपा नेता के बेटे और दो अन्य लोगों द्वारा तब हत्या कर दी गई थी जब उन्होंने वेश्यावृत्ति में धकेलने के उनके कथित प्रयासों का विरोध किया था। शुरुआत में उसके लापता होने की सूचना मिली थी और शनिवार को उनका शव एक नहर से बरामद किया गया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार वीडियो में अंकिता की माँ ने कहा, 'मेरे पति को जबरन साथ ले गए, लेकिन मुझे नहीं ले गए। वे मुझे जंगल से यहाँ लाए जहाँ मैं रहती हूँ, यह कहते हुए कि मैं अपनी बेटी को देख सकूंगी।'
उन्होंने कहा, 'डॉक्टरों ने फिर मुझे व्हीलचेयर पर बिठाया। मैंने पूछा कि इसकी आवश्यकता क्यों है, लेकिन वे मुझे अस्पताल ले गए। फिर उन्होंने मुझे जबरन ड्रिप चढ़ाना शुरू कर दिया और एक वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया।'
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