योगी मंत्रिमंडल 2.0 क्षेत्रीय, जातीय संतुलन और समीकरण का नमूना है। जिस कैबिनेट में 21 सवर्ण, 20 ओबीसी और 9 दलित हों, वो बताता है कि बीजेपी 2024 के आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है। उपमुख्यमंत्री के रूप में फिर से केशव प्रसाद मौर्य और नए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की नियुक्ति बताती है कि योगी ने किस तरह ओबीसी औऱ ब्राह्मण के बीच संतुलन रखा है। हालांकि इससे पहले भी यही संतुलन था, लेकिन इस बार दिनेश शर्मा की जगह ब्रजेश पाठक ने ले ली है। समझा जाता है कि दिनेश शर्मा को संगठन में कोई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस बार वाराणसी को काफी महत्व मिला है। जिले से तीन विधायक मंत्री पद तक पहुंचे हैं। इसी तरह पूर्वांचल के तमाम जिलों को प्रतिनिधित्व दिया गया है। कुल 52 मंत्रियों में ऐसा कोई इलाका नहीं बचा, जिसे मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिला हो।
योगी 2.0 कैबिनेट 2024 के लिए क्षेत्रीय और जातीय समीकरण का कॉकटेल
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
यूपी में योगी आदित्यनाथ का मंत्रिमंडल क्षेत्रीय, जातीय समीकरण का जबरदस्त संतुलन है। चुनाव हारने के बावजूद केशव प्रसाद मौर्य को फिर से डिप्टी सीएम बनाना बीजेपी की महत्वपूर्ण ऱणनीति का हिस्सा है।

केशव प्रसाद मौर्य हालांकि सिराथू सीट से सपा की पल्लवी पटेल से हार गए हैं लेकिन पार्टी ने तमाम जातीय समीकरण के मद्देनजर उन्हें फिर से डिप्टी सीएम बनाया गया है। समझा जाता है कि यह नियुक्ति पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सलाह पर की गई है। इसी तरह ब्रजेश पाठक की नियुक्ति भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। लखनऊ कैंट के विधायक ब्रजेश पाठक योगी कैबिनेट के पिछले कार्यकाल में भी मंत्री थे। लेकिन उनकी लोकप्रियता, साफ सुथरी छवि को देखते हुए डिप्टी सीएम बनाया गया है।