उन्हें कट्टर हिंदू माना जाता है और इस कट्टरता की कोई सीमा भी नहीं है। पर वे संन्यासी हैं और संन्यासी की तरह ही जीते हैं। वे मुख्यमंत्री भी हैं। इस संन्यासी मुख्यमंत्री की दिनचर्या रोज सुबह तीन बजे शुरू होती है। नित्य कर्म के बाद पूजा-पाठ, ध्यान आदि करते हैं। फिर वे सुबह-सुबह ही करीब नौ बजे तक अफसरों से संपर्क करते हैं। उसके बाद दस बजे से बैठकों का सिलसिला। दौरा हुआ तो दस-ग्यारह बजे तक निकल जाते हैं।