मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए मकर संक्रांति का त्यौहार बहुत महत्व रखता है। वे गोरखपुर के मठ में विधिवत खिचड़ी का त्यौहार मनाते हैं। इस बार भी मनाया गया। उसके बाद वे लखनऊ लौटे तो दूसरे दिन चुनिंदा पत्रकारों को तहरी भोज पर बुलाया। इसकी जानकारी एक वरिष्ठ पत्रकार ने बाकायदा लेख लिख कर दी। तभी अपने को भी पता चला। वैसे वे लिखते भी काफी सकारात्मक हैं और होना भी चाहिए। सकारात्मक पत्रकारिता भी सापेक्ष होती है।
योगी कथा: पार्टी की खिचड़ी और सरकार की तहरी!
- उत्तर प्रदेश
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- 18 Jan, 2021

ज्यादा जोगी मठ उजाड़ न हो जाए। यह कहावत इस समय उत्तर प्रदेश की राजनीति में चर्चा में है।
खैर, मुद्दा दूसरा है। योगी सबसे मिले भोज दिया। पर उनकी ही पार्टी के एक नेता उनसे नहीं मिल पाए जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश का राजकाज ठीक करने के लिए दिल्ली से लखनऊ भेजा है। पर वे राजकाज कितना ठीक करेंगे यह तो समय ही बताएगा।
फिलहाल ज्यादा जोगी मठ उजाड़ न हो जाए। यह कहावत इस समय उत्तर प्रदेश की राजनीति में चर्चा में है। क्यों, इसको समझने के लिए कुछ दिन पीछे चलते हैं।