कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं। डीएनडी पर भारी पुलिस बन्दोबस्त के बीच उनकी गाड़ी आगे निकल गई, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोई कोशिश नहीं की। उन्हें जाने दिया।
इसके पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने की अनुमति दे दी, पर यह शर्त लगा दी कि अधिकतम 5 लोग ही जा सकते हैं।
राहुल गांधी ने डीएनडी पर सैंकड़ों की संख्या में जुटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि पुलिस ने उन्हें हाथरस जाने की अनुमति दे दी है, लिहाज़ा, वे पुलिस के साथ सहयोग करें।
राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं कहा है कि पी. एल. पुनिया, गुल़ाम नबी आज़ाद और प्रमोद तिवारी को भी आगे जाने दें।
यमुना एक्सप्रेस को जोड़ने वाली सड़क डीएनडी पर पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हल्का लाठीचार्ज किया। लेकिन अब भी वहां सैकड़ों कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा है। इन कार्यकर्ताओं ने कोरोना दिशा निर्देशों का जम कर उल्लंघन किया।
कांग्रेस के नेताओं ने इस पर गुस्सा जताया है और कहा है कि लाठीचार्ज किए जाने की कोई ज़रूरत नहीं थी। लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे और क़ानून व्यवस्था को कोई ख़तरा नहीं था। चोट खाए एक नेता ने कहा, यह लाठीचार्ज बताता है कि बीजेपी का 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा कितना खोखला है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 'डरपोक' बताते हुए उनसे इस्तीफ़ा मांगा है।
इसके पहले नोएडा के संयुक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार और डिप्टी कमिश्नर रणवीर सिंह ने राहुल गांधी से बात की। दूसरी तरफ, राजधानी लखनऊ में यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को नज़रबंद कर दिया गया है। लखनऊ के बहुखंडी स्थित लल्लू के आवास पर भी भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इसके पहले दोपहर करीब 2.30 पर राहुल और प्रियंका एक गाड़ी में बैठ हाथरस के लिए विदा हो गए। इसके पहले उन्होंने कहा था, 'दुनिया की कोई ताक़त मुझे हाथरस जाकर इस दुखी परिवार से मिलने और दुख साझा करने से नहीं रोक सकती।'
इसके पहले हाथरस के संयक्त मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा था कि गांधी को पीड़िता के गाँव में नहीं घुसने दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले ही बड़े पैमाने पर पुलिस कर्मियों को तैनात कर उस गाँव को पूरी तरह काट दिया है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल
कांग्रेस ने पहले ही घोषणा की थी कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल शनिवार दोपहर को पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेगा। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार की शिकायतें सुनेगा और पीड़िता तथा उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए मांग करेगा।याद दिला दें कि इसके पहले गुरुवार को भी राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए हाथरस जाने की कोशिश की थी। पर उन्हें रोक दिया गया था और हिरासत में ले लिया गया था। राहुल गांधी ने इस दौरान कहा था, 'अभी पुलिस ने मुझे धक्का दिया, मुझ पर लाठीचार्ज किया और मुझे जमीन पर गिरा दिया. क्या सामान्य आदमी सड़क पर नहीं चल सकता।'
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