अगर यह कहा जाए कि मोदी सरकार ने सामान्य वर्ग के लिए आरक्षण का प्रावधान करके उन अति दलित और अति पिछड़ी जातियों को भी अपने विरुद्ध कर लिया है, जिन्हें बीजेपी का समर्थक माना जाता था, तो ग़लत न होगा। अब ये जातियाँ सपा-बसपा गठबंधन के पक्ष में वोट डालकर आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी का खेल बिगाड़ सकती हैं। क्या ऐसा होगा?