हाथरस जाते हुए 4 मुसलिम युवकों की 'देशद्रोह के आरोप में' गिरफ़्तारी के सिलसिले में मथुरा पुलिस द्वारा दायर एफ़आईआर में कहा गया है कि इन युवकों की वेबसाइट की ओर से तैयार पैम्फलेट जिसमें 'बलात्कार की शिकार हाथरस की मृत लड़की सवाल करती है - 'क्या मैं भारत की बेटी नहीं हूँ' और इसी प्रकार के पैम्फलेट से हिंसा भड़क सकती थी और यह वेबसाइट जातीय हिंसा व युवाओं में 'राष्ट्रविरोधी भावनाएँ भड़काने का काम कर सकती थीं। इसको लिए एफ़आईआर में उदाहरण देते हुए कहा गया है कि इन पैम्फलेट में 'मॉब  लिन्चिंग’, 'मज़दूरों का पलायन', और 'कश्मीर में विध्वंसक तत्वों' को समर्थन जैसे शब्द  शामिल हैं।      -'इंडियन एक्सप्रेस' (नई दिल्ली, 8 अक्टूबर 2020 )