यूपी में पुलिस मुठभेड़ टारगेट किलिंग के लिए मशहूर हो रही है। प्रयागराज में 8 दिनों में आज 6 मार्च को दूसरा एनकाउंटर हुआ। चार बार विधायक रहे अतीक अहमद इस समय सलाखों के पीछे है, लेकिन अब तक उनके दो करीबी लोग पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। अतीक के दो बेटे जेल में हैं। उनके एनकाउंटर की आशंका अतीक के वकील ने जताई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 24 फरवरी को तमाम एनकाउंटरों को फर्जी बताते हुए पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि सपा सरकार आने पर तमाम अफसरों को जेल जाना पड़ेगा। दूसरी तरफ जाति विशेष के कथित अपराधियों को बचाने का आरोप भी लग रहा है।
यूपी में एनकाउंटर क्या 'टारगेट किलिंग' है, जाति विशेष वाले क्यों बचे?
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
यूपी में एनकाउंटर की बाढ़ आई हुई है। यूपी पुलिस ने खुद माना है कि एनकाउंटर में मारे जाने वाले मुसलमान ज्यादा हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या इन्हें टारगेट किलिंग माना जाए। समाजवादी पार्टी का आरोप है कि जाति विशेष के अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
