अब शाखा आरएसएस की ही नहीं होगी। आम आदमी पार्टी की भी होगी। दोनों की ही शाखाओं में अभी से ही कड़ी 'टक्कर' होती दिखती है, भले ही आप की शाखा शुरू ही नहीं हुई हो!
आरएसएस की शाखा से मुक़ाबले के लिए आप की तिरंगा शाखा?
- उत्तर प्रदेश
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- 4 May, 2022

बीजेपी से लड़ाई दूसरी राजनीतिक पार्टियाँ क्या इसलिए नहीं जीत पाती हैं कि उनके पास आरएसएस जैसा संगठन व संघ की शाखा नहीं है? तो क्या अब आप उससे मुक़ाबले के लिए शाखाएँ तैयार कर रही है?
समझा जाता है कि आरएसएस की शाखा के जवाब में ही आप की तिरंगा शाखा लगेगी। अंतर भी होगा। भगवा झंडे और तिरंगा झंडा फहराकर कार्यक्रम शुरू करने में। आरएसएस की शाखा के आयोजन करने वाले 'प्रमुख' बुलाए जाते हैं और आप की तिरंगा शाखा से सदस्य भी प्रमुख ही बुलाए जाएँगे। संघ की शाखा एक प्रार्थना से शुरू होती है तो तिरंगा शाखा संविधान की प्रस्तावना पढ़ कर होगी। यानी कुल मिलाकर गांव, कस्बों व शहरों के मैदानों में आरएसएस की शाखा की तरह ही आप की तिरंगा शाखा लगेगी। तो सवाल है कि जब आरएसएस की शाखा का मॉडल ही आम आदमी पार्टी की शाखा का होगा तो वह उससे या बीजेपी से लड़ेगी और जीतेगी कैसे?