वाराणसी सीट पर चुनाव दिलचस्प कितना होगा, यह तो पता नहीं है, लेकिन नामांकन बेहद दिलचस्प ज़रूर हो गया है। श्याम रंगीला पिछले कई दिनों से नामांकन के लिए प्रयासरत हैं। लेकिन उनका आरोप है कि उनको नामांकन नहीं करने दिया जा रहा है। उन्होंने तो दावा यहाँ तक किया है कि उनके जैसे कई और इच्छुक लोगों को नामांकन करने के लिए कार्यालय के अंदर घुसने तक नहीं दिया जा रहा है।
वाराणसी से नामांकन भरना कितना मुश्किल है? श्याम रंगीला के गंभीर आरोप
- उत्तर प्रदेश
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- 14 May, 2024
प्रधानमंत्री मोदी जिस वाराणसी सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, क्या वहाँ से उम्मीदवार के रूप में नामांकन करना बेहद कठिन काम है? आख़िर निर्दलीय चुनाव लड़ने के इच्छुक कॉमेडियन श्याम रंगीला व अन्य लोग क्यों गंभीर आरोप लगा रहे हैं?

श्याम रंगीला ने सोमवार को आरोप लगाया था कि वह सुबह से लेकर शाम तक वाराणसी से नामांकन के लिए चुनाव कार्यालय के बाहर खड़े रहे, लेकिन उनको अंदर नहीं जाने दिया गया। कुछ ऐसा ही आरोप उन्होंने मंगलवार सुबह भी लगाया। उन्होंने चुनाव आयोग को टैग करते हुए एक वीडिया ट्वीट किया है जिसमें उन्हें पुलिस अधिकारी 12 बजे के बाद अंदर जाने देने की बात कहते हैं। उन्होंने ट्वीट में कहा, 'वाराणसी चुनाव आयोग कार्यालय। 14 मई, सुबह क़रीब 9:15 बजे पहुँच गये हैं। कहीं से कोई जवाब नहीं आ रहा, लेकिन नामांकन की उम्मीद अभी भी नहीं छोड़ी है हमने।'