बीएसपी सांसद अतुल राय पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली एक युवती ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह कर लिया था। युवती के साथ उसके दोस्त ने भी आत्मदाह किया था। युवती ने मंगलवार को जबकि युवक ने बीते शनिवार को दम तोड़ दिया था। अतुल राय उत्तर प्रदेश के घोसी से सांसद हैं।
युवती मूल रूप से उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर की रहने वाली थी। आत्मदाह करने से पहले दोनों ने फ़ेसबुक लाइव भी किया था जिसमें युवती ने कहा था कि उसने सांसद के ख़िलाफ़ बलात्कार का मुक़दमा दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया था कि कुछ वरिष्ठ आईपीएस अफ़सर और एक जज ने सांसद की मदद की थी।
पैसे की मदद मांगी थी
1 मई, 2019 को दर्ज एफ़आईआर में युवती ने कहा था कि जब वह छात्र संघ चुनाव लड़ रही थी, उस दौरान वह अतुल राय के संपर्क में आई थी और उसने सांसद से कुछ पैसे की मदद करने के लिए कहा था। युवती ने कहा था कि राय ने 7 मार्च, 2018 को उसे वाराणसी के अपने अपार्टमेंट में बुलाया और उसका यौन उत्पीड़न कर इसकी वीडियो क्लिप बना ली थी।
राय ने इस मामले में 22 जून, 2019 को आत्मसमर्पण कर दिया था। वह तभी से जेल में हैं और जेल से ही सांसद का चुनाव जीत लिया था। इस मामले में प्रयागराज की स्थानीय अदालत में मुक़दमा चल रहा है।
राय के भाई पवन कुमार की ओर से युवती के ख़िलाफ़ फर्जी दस्तावेज़ रखने की शिकायत दी गई थी और इस मामले में युवती के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया था। बीती 2 अगस्त को वाराणसी की एक स्थानीय अदालत ने युवती के ख़िलाफ़ ग़ैर जमानती वारंट भी जारी किया था।
परेशान कर रहे थे गुर्गे
युवती के पिता ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि उन्हें नहीं पता कि वह कब दिल्ली चली गई और उसने कभी इस बारे में खुलकर बताया भी नहीं। उन्होंने कहा कि सांसद और उसके गुर्गे उसे 2019 से ही परेशान कर रहे थे और मुक़दमा वापस लेने के लिए दबाव डाल रहे थे। उन्होंने सरकार से इस मामले में पुलिस वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और धारा 309 के कहत कुछ अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा भी दर्ज किया है। पुलिस को पता चला है कि युवती बीते महीने भी दिल्ली आई थी लेकिन वह वापस लौट गई थी।
इसके बाद वह अगस्त में फिर से एस युवक के साथ आई और दोनों ने आत्मदाह कर लिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस मामले में 2 सदस्यों की कमेटी बना दी है।
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