बीजेपी की दिग्गज नेताओं में शुमार उमा भारती 'राम मंदिर' को यज्ञ बोलती थीं और इसके लिए प्राणों की सहर्ष आहूति देने की बात करतीं थीं लेकिन आज ऐसा क्या हो गया है कि इस ऐतिहासिक क्षण से उन्होंने दूरी बना ली है। यही नहीं, वे इस दौरान अयोध्या में ही रहेंगी लेकिन किसी संन्यासी की तरह सरयू नदी के किनारे ध्यान करेंगी!
राम मंदिर निर्माण: भूमि पूजन से उमा भारती की दूरी, क्या यह सांकेतिक विरोध है?
- उत्तर प्रदेश
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- 3 Aug, 2020

उमा भारती का यह रुख सबको हैरान करने वाला है। क्या यह उनका सांकेतिक विरोध है? कोरोना से ऐसा डर तो नहीं हो सकता!
उमा भारती का यह रुख सबको हैरान करने वाला है। क्या यह उनका सांकेतिक विरोध है? कोरोना से ऐसा डर तो नहीं हो सकता! नेता आज भी लोगों से मिल रहे हैं, सरकारें बनाने, बिगाड़ने का खेल भी इस दौरान हुआ और ख़ास तौर पर मध्य प्रदेश में भी हुआ। उमा भारती इस प्रक्रिया में शामिल भी रहीं, विधायकों से मिलने-जुलने की उनकी ख़बरें भी मीडिया में आयीं। कांग्रेस के बाग़ी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी वे मिलीं थीं।