कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर्स पर हुए किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा बने राकेश टिकैत ने मंगलवार को बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। टिकैत ने लखीमपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी के नेता आपसे हिजाब की बात करेंगे लेकिन आप इनसे हिसाब और किताब की बात करें।
उन्होंने जनता से कहा कि बीजेपी के नेता आपसे हिंदू और मुसलमान और जिन्ना और पाकिस्तान की बात करेंगे लेकिन वह इनसे हिसाब किताब देने को कहे।
उन्होंने कहा कि जनता को सोचना है कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री जनता के बीच का चाहिए या कोरिया जैसे हालात बनें और दूसरा किम जोंग चाहिए। किसान नेता ने कहा कि किसी भी राज्य में तानाशाह सरकार नहीं चाहिए और लोग सोच-समझकर अपने मत का इस्तेमाल करें।
उन्होंने कहा कि लखीमपुर में जिन किसानों के बच्चों की हत्या हुई थी आज उनके कातिलों को छोड़ा जा रहा है जबकि निर्दोष जेल में बंद हैं।
टिकैत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज है लेकिन न तो उन्हें जेल भेजा गया है और न ही उनसे इस्तीफा लिया गया है।
बता दें कि किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने कुछ दिन पहले ही एक अपील जारी की थी और उत्तर प्रदेश के किसानों से कहा था कि वे इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सजा दें। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था कि बीजेपी और केंद्र सरकार ने उनसे किए गए वादों को नहीं निभाया।
यूपी में होगा नुकसान?
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाके में किसान आंदोलन के दौरान बीजेपी के नेताओं का पुरजोर विरोध हुआ था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मतदान हो चुका है और बीजेपी को इस बार सियासी नुक़सान होने की बात कही जा रही है। देखना होगा कि बीजेपी को किसानों के विरोध से कितना नुक़सान होता है और वह इससे कैसे निपटती है।
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