राज्य के कई शहरों से इस आशय की खबरें आ रही हैं कि वे हिजाब वाली महिलाओं को सीधे टारगेट कर रहे हैं। कोई फोटो खींच रहा है तो कोई उन्हें धमका रहा है। ऐसी घटनाएं स्कूल-कॉलेजों में भी देखी गईं। कल जब स्कूल फिर से खुले तो कई स्कूलों में शिक्षकों ने मुस्लिम छात्राओं से कैंपस में आने से पहले स्कार्फ हटाने को कहा।
बहरहाल, चुनाव की वजह से राजनीतिक दल इस मुद्दे को भुना रहे हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्कूलों में ड्रेस कोड पर जोर दिया और कहा कि देश संविधान से चलेगा न कि शरीयत से। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिजाब का समर्थन करते हुए कहा कि चाहे "बिकनी, घूंघट, जींस या हिजाब" पहनना हो, यह तय करने का अधिकार सिर्फ महिला को है। यह अधिकार देश के संविधान ने दिया है।एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हिजाब पहनने वाली लड़की एक दिन देश की प्रधानमंत्री बनेगी। ओवैसी हिजाब को लगातार मुद्दा बना रहे हैं।
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