विस्तार है अपार प्रजा दोनों पार
गंगा यात्रा से क्या इंदिरा की तरह पूर्वांचल साध पाएँगी प्रियंका?
- उत्तर प्रदेश
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- 18 Mar, 2019

पिछले चुनाव में बनारस जाकर नरेन्द्र मोदी का यह कहना कि मुझे गंगा माँ ने बुलाया है! अब प्रियंका पूर्वांचल की गंगा यात्रा करेंगी। इंदिरा गाँधी ने 1978 में पूर्वांचल से वापसी की थी तो क्या प्रियंका भी वैसा ही कमाल कर पाएँगी?
करे हाहाकार निःशब्द सदा
ओ गंगा तुम, गंगा बहती हो क्यों!!
गंगा नदी पर गाया गया भारत रत्न भूपेन हजारिका का यह गीत एक नदी की सुन्दरता या उसकी निर्मलता को लेकर नहीं, समाज और उसमें चल रहे संघर्ष की कहानी कहता है और यह प्रार्थना भी करता है, ‘हे गंगा! तुम भीष्म रूपी सुत क्यों नहीं जनती?’ गंगा को सबने अपने-अपने हिसाब से साधने की कोशिश की है। पौराणिक कथा में वर्णित सूर्यवंशी राजा दिलीप के पुत्र भागीरथ हों या इसके घाटों की कथा सुनाकर अपनी आजीविका चलाने वाले पंडित, गंगा से हर किसी ने अपना हित साधने का प्रयास किया है। आम आदमी इससे मोक्ष को साधना चाहता है तो किसान अपनी सुख-समृद्धि। फ़िल्म निर्माता से लेकर गीतकार और संगीतकार सबने गंगा को अपने-अपने हिसाब से साधा है। और आजकल राजनेता इस गंगा से अपनी राजनीति साध रहें हैं!