2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अब एक नया दाँव चला है। पिछले साल अक्टूबर में बनाए गए प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी को हटाकर अजय राय को प्रदेश की कमान सौंपी गई है। दावा किया जा रहा है कि अजय राय के नेतृत्व में कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी। इस बदलाव को उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या प्रियंका के इस नए प्रयोग से उत्तर प्रदेश में वाक़ई कांग्रेस की किस्मत चमकेगी या पुराने प्रयोगों की तरह यह भी हवा हवाई ही साबित होगा।
क्या प्रियंका गांधी के नए प्रयोग से यूपी में चमकेगी कांग्रेस की किस्मत?
- उत्तर प्रदेश
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- 18 Aug, 2023

उत्तर प्रदेश की प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने किस आधार पर प्रदेश संगठन में बड़ा बदलाव किया है? जानिए, क्या इस नये प्रयोग का कुछ फायदा होगा?
क्या है नया प्रयोग?
कांग्रेस लंबे समय से उत्तर प्रदेश में अपने खोए जनाधार को वापस हासिल करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए हर प्रभारी महासचिव नए-नए प्रयोग करता रहा है। उत्तर प्रदेश की प्रभारी बनने के बाद प्रियंका गांधी का यह तीसरा प्रयोग है। अजय राय के ज़रिए प्रियंका गांधी पूर्वांचल में ब्राह्मण और भूमिहार मतदाताओं को साधना चाहती हैं। कांग्रेस के रणनीतिकारों को लगता है कि अगर ब्राह्मण और भूमिहार मतदाता उसके साथ आएंगे तो मुसलमान और दलित भी उसके साथ आ सकते हैं। इससे पूर्वांचल में कांग्रेस को फायदा हो सकता है। इससे 2024 में कुछ सीटें जीतने में मदद मिल सकती है। प्रियंका गांधी के इस नए प्रयोग की नींव सिर्फ संभावनाओं पर टिकी है। इसमें ठोस रणनीति जैसा कुछ खास नजर नहीं आता।