उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की तरफ से जारी की गई 125 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पर पार्टी के भीतर बवाल मच गया है। बवाल इतना ज़बरदस्त है कि प्रियंका गांधी वाड्रा का दफ्तर तक रिश्वतखोरी के आरोपों से घिर गया है। पहली लिस्ट में अपना नाम नदारद देख कई टिकटार्थियों ने कांग्रेस के आला नेताओं पर पैसे देकर टिकट बांटने का आरोप लगाया है। ऐसे लोगों ने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक बागी तेवर दिखाकर कांग्रेस के आला नेताओं को घेरने की कोशिश की। इससे कांग्रेस आलाकमान सकते में आ गया है।
यूपी चुनाव: कांग्रेस में टिकटों के बंटवारे पर उठे सवाल
- उत्तर प्रदेश
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- 16 Jan, 2022

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आई कांग्रेस की उम्मीदवारों की पहली सूची के बाद ही टिकट बंटवारे को लेकर आरोप क्यों लगने लगे? जानिए, टिकट नहीं मिलने पर कैसे-कैसे आरोप लगे।
कांग्रेस में टिकटों के बंटवारे से नाराज़ पश्चिम उत्तर प्रदेश समेत कई ज़िलों के क़रीब 25 से ज़्यादा टिकटार्थियों ने शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर धावा बोला। यहां वो उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिलकर अपनी बात रखना चाहते थे लेकिन प्रियंका गांधी कांग्रेस मुख्यालय नहीं पहुंची। प्रियंका नहीं मिलीं तो ये सब एकजुट होकर 15 रकाबगंज रोड स्थित कांग्रेस के वार रूम चले गए। वहां भी कांग्रेस का कोई वरिष्ठ नेता इनकी बात सुनने को तैयार नहीं था। दर-दर भटकने के बाद आख़िरकार दीपेंद्र हुड्डा ने इन लोगों से मुलाक़ात करके उनका दुखड़ा सुना। दीपेंद्र से मिलने वाले एक टिकटार्थी ने बताया कि दीपेंद्र टिकटों के बंटवारे में गड़बड़ की बात क़बूल करते हुए इन्हें दूर करने का भरोसा दिया है।