हाथरस में दलित समुदाय की एक युवती के साथ हैवानियत और फिर उसका जबरन दाह संस्कार करने के कारण इस समुदाय के साथ ही हर आम व खास शख़्स में गुस्सा है। ऐसे में बीजेपी के दलित नेताओं के भीतर भी बेचैनी है, क्योंकि पीड़िता के परिवार की ओर से बीजेपी के स्थानीय सांसद (जो दलित समुदाय से ही हैं) पर पीड़िता को सही वक़्त पर इलाज मुहैया न कराने के आरोप लगाए गए हैं।
हाथरस: बीजेपी के दलित सांसद बोले- योगी सरकार की छवि को धक्का, राजनीतिक नुक़सान भी
- उत्तर प्रदेश
- |
- 1 Oct, 2020
लोग बीजेपी के दलित नेताओं से पूछ रहे हैं कि वे हाथरस की वीभत्स घटना के बाद भी आवाज़ क्यों नहीं उठाते।

इसके अलावा भी लोग बीजेपी के दूसरे दलित नेताओं से पूछ रहे हैं कि वे इतनी वीभत्स घटना के बाद भी आवाज़ क्यों नहीं उठाते। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के कई दलित सांसदों ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में कहा कि इस घटना से सरकार और शासन की छवि को चोट पहुंची है, साथ ही राजनीतिक नुक़सान भी हुआ है।
हालांकि यह उनकी सियासी मजबूरी है कि इसके बाद भी उन्हें राज्य सरकार में विश्वास होने की बात कहनी पड़ी।