प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पाँच ज़िलों में 21 विधानसभा सीटों के लिए वर्चुअल रैली को संबोधित किया। चुनावों की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री मोदी का यूपी में यह पहला कोई कार्यक्रम था। वर्चुअल रैली में दिल्ली से जुड़े मोदी ने कहा कि पांच साल पहले व्यापारियों को लूटा गया था, जबकि महिलाएं अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकती थीं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने उन गुंडों और माफियाओं को सबक़ सिखाया है जो खुद को क़ानून से ऊपर समझते थे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष इसलिए सत्ता में आना चाहता है ताकि वह 'बदला' ले सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष के 'बदला लेने की भावना' योगी आदित्यनाथ सरकार की विकास नीतियों से बहुत दूर है। उन्होंने गरीबों के लिए घर, पिछड़े वर्गों के लिए नीतियां, मेडिकल कॉलेज, एक्सप्रेसवे के माध्यम से अधिक कनेक्टिविटी, मुसलिम महिलाओं के लिए पहल और महिलाओं के लिए विवाह की उम्र को बढ़ाने का हवाला दिया।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बदलाव लाने का प्रयास कर रही है जबकि विपक्षी दल 'बदला' लेने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बदला लेना ही उनकी हमेशा से सोच रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'इन लोगों ने जिन्हें टिकट दिया और उनकी भाषा, उनका इतिहास और उनके कारनामे इसके सबूत हैं'।
मोदी ने उत्तर प्रदेश में पूर्व सरकारों के दौरान की क़ानून व्यवस्था को ख़राब बताया। उन्होंने कहा कि 5 साल पहले यूपी को लेकर क्या चर्चा होती थी, दबंग और दंगाई ही कानून थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 5 साल पहले व्यापारी लूटा जाता था, बेटी घर से निकलने में घबराती थी और माफिया खुलेआम घूमते थे। उन्होंने कहा, 'पश्चिमी यूपी के लोग कभी नहीं भूल सकते कि जब ये क्षेत्र दंगे की आग में जल रहा था तो पहले वाली सरकार उत्सव मना रही थी।' उन्होंने कहा कि पांच साल में योगी सरकार उत्तर प्रदेश को इन हालात से बाहर निकालकर लाई है।
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