बीजेपी से चुनावी गठबंधन को ठुकराने के बाद राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी पर बीजेपी नेताओं के हमले तेज हो गए हैं। बीजेपी नेता बार-बार ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे जयंत चौधरी की साख पर चोट की जा सके। हालांकि जयंत चौधरी भी डटकर जवाब दे रहे हैं लेकिन बीजेपी नेता उन्हें एक रणनीति के तहत बार-बार घेर रहे हैं। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के घर पश्चिमी यूपी के जाटों की पंचायत बुलाई थी। उस पंचायत में भी अमित शाह ने जयंत चौधरी का जिक्र किया।



उसके बाद प्रवेश वर्मा ने कहा कि जयंत के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा खुले हैं। लेकिन जयंत चौधरी ने कहा था कि वो चवन्नी नहीं हैं जो पलट जाएंगे। जयंत चौधरी पर अब ताजा हमला केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया है। जयंत चौधरी के बयान से साफ है कि बीजेपी जयंत चौधरी को लेकर काफी बौखलाहट में है। क्योंकि जयंत के सपा से हाथ मिलाने के बाद जाटों में बीजेपी का असर कम हो गया है। जाट बहुल गांवों में बीजेपी प्रत्याशियों का विरोध यही बता रहा है। अभी सरधना विधानसभा के दौराला गांव में जिस तरह बीजेपी प्रत्याशी संगीत सोम का विरोध हुआ, उससे रालोद-सपा गठबंधन की मजबूती का पता चलता है।