Satya Hindi news Bulletin हिंदी समाचार | वेस्ट यूपी में पीएम मोदी और सीएम योगी की रैली से जयंत की दूरी, क्या रही मजबूरी? | '...लौटकर यहीं आएंगे', जयंत चौधरी के NDA में जाने पर बोलीं सपा प्रत्याशी
31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में जहां इंडिया गठबंधन की रैली है, वहां पीएम मोदी की उसी दिन मेरठ में रैली है। मोदी के साथ आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी भी होंगे। पीएम मोदी एक तरह से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत यूपी से कर रहे हैं। यूपी में सातों चरणों में मतदान होना है। पहला चरण 19 अप्रैल को है। जानिए ताजा राजनीतिक घटनाक्रमः
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न देने की घोषणा के बाद जिस तरह से जयंत चौधरी के एनडीए में जाने के कयास लगाए जा रहे थे, उसको लेकर खुलासा हो गया। जानिए, जयंत ने क्या कहा।
नीतीश के बाद जयंत चौधरी भी पतली गली से निकल लिये । क्यो बीजेपी को चाहिये नये गठबंधन के साथी ? क्या बचेगा इंडिया गठबंधन ? या फिर पीएम को नहीं भरोसा है कि वो अकेले अपने दम पर चुनाव जीत सकते हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में अफ़रोज़ आलम, हरि जोशी, उर्मिलेश, और विजय त्रिवेदी ।
क्या अब जयंत सिंह का बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में जाना तय है? मोदी सरकार द्वारा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न सम्मान दिए जाने पर जयंत की प्रतिक्रिया के मायने क्या हैं?
भारतीय विपक्षी गठबंधन से नीतीश कुमार को अलग करने के तुरंत बाद, टीम मोदी यूपी में राष्ट्रीय लोक दल को दूर करने के लिए अपनी रणनीतियाँ आज़माने में लगी हुई है। बताया जाता है कि वे किसी समझौते पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी. क्या वह भी बीजेपी के साथ मिल जाएंगे, यह लाख टके का सवाल है।
यूपी में गैर बीजेपी दलों को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का न्यौता कांग्रेस ने भेजा था। लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की पार्टी से कहा गया है ये नेता यात्रा में शामिल नहीं होंगे। लेकिन सपा ने खुलकर यात्रा का समर्थन किया है। क्या है पूरा घटनाक्रम, पढ़िएः
यूपी में खतौली के बीजेपी विधायक विक्रम सैनी की विधानसभा सदस्यता समाप्त होने के मुद्दे पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और आरएलडी चीफ जयंत चौधरी के बीच बयानबाजी हो रही है, वहीं विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि उन्होंने लीगल राय मांगी है, जबकि यूपी के मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि सजा सुनाए जाने के बाद विक्रम सैनी की विधायकी अपने आप खत्म हो गई है।
सिब्बल के बाद जयंत चौधरी को राज्यसभा का उम्मीदवार बना कर अखिलेश यादव ने कुछ तो संकेत दिया है .जनादेश चर्चा में अंबरीश कुमार के साथ वरिष्ठ पत्रकार हरजिंदर, हरिशंकर जोशी, अनिल सिन्हा, राजनीतिक विश्लेषक अरुण त्रिपाठी और राजनीतिक विद्वान डॉ. रवि यादव शामिल हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत में मजबूत माने जाने वाले राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी को उम्मीदवार बनाकर अखिलेश यादव ने सपा-लोकदल के गठबंधन को एकजुट रखने की कोशिश की है।
पश्चिमी यूपी में रालोद की भूमिका महत्वपूर्ण है। 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रालोद और उसके अध्यक्ष जयंत चौधरी को घेरा जा रहा है। रालोद यूपी के अध्यक्ष मसूद अहमद के आरोप भी उसी का हिस्सा हैं। रालोद ने मसूद के आरोपों को खारिज कर दिया।
यूपी में पहले चरण के मतदान के दौरान रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि युवा और किसान ईवीएम मशीन का बटन जोर से दबा रहे हैं, लगता है तभी ईवीएम की शिकायतें आ रही हैं। पढ़िए और क्या कहा।
भाजपा के नेताओं को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में क्या जयंत चौधरी से ज्यादा खतरा नजर आ रहा है ? भाजपा लगातार जयंत चौधरी के खिलाफ अभियान चला रही है .पर इससे कोई फायदा होगा उसे ?आज की जनादेश चर्चा इसी पर