मुख्तार अंसारी की मौत गुरुवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में ऐसे समय हुई जब यूपी सहित पूरे देश में आम चुनाव हो रहे हैं। मुख्तार ने अपनी हत्या की साजिश का आरोप पिछले हफ्ते लगाया था और कोर्ट को इसकी जानकारी दी थी। लेकिन अब जिस तरह से सारा मामला सामने आया वो विवादित हो गया। मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी सुभासपा (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) से विधायक हैं। लेकिन ईडी ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग में उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और वो जेल में हैं। अब्बास को पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए परोल नहीं मिली। गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, बलिया के लोगों ने फौरन ही सवाल उठा दिया कि इस देश में राम रहीम जैसे दोषी को परोल मिल सकती है लेकिन एक बेटे को पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए परोल नहीं मिल सकती।
मुख्तार की मौत पर पूर्व डीजीपी के सवाल, प्रभावित होगी पूर्वांचल की राजनीति?
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
मुख्तार अंसारी के जनाजे में शनिवार को भीड़ का नोटिस मीडिया ने भी लिया। लेकिन मुख्तार की मौत को लेकर यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि इसकी जांच होना चाहिए। मीडिया मुख्तार की माफियागीरी की तमाम कहानियां बता रहा है लेकिन पूर्व डीजीपी के सवालों को पेश नहीं कर रहा है। बहरहाल, इसी के साथ अब ये सवाल भी शुरू हो गए हैं कि क्या मुख्तार की मौत से पूर्वांचल की राजनीति का समीकरण बदल जाएगा। जानिए पूरी राजनीतिः
