महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भले ही सीट जीतने में 100 का आंकड़ा पार कर लिया है लेकिन चुनाव जीतने का 'मोदी मॉडल' यहाँ एक बार फिर फ़ेल हो गया है। किसी भी राज्य में चुनाव के दौरान स्थानीय समस्याओं और मुद्दे से दूर हटाकर चुनाव प्रचार को राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों या राष्ट्रवाद से जोड़ने का जो 'मोदी मॉडल' है वह चला ही नहीं।
क्या राज्यों में फ़ेल हो गया चुनाव प्रचार का 'मोदी मॉडल'?
- उत्तर प्रदेश
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- 27 Oct, 2019
किसी भी राज्य में चुनाव के दौरान स्थानीय समस्याओं और मुद्दे से दूर हटाकर चुनाव प्रचार को राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों या राष्ट्रवाद से जोड़ने का जो 'मोदी मॉडल' है वह चला ही नहीं।

प्रचार का यह 'मोदी मॉडल' पहली बार बिहार विधानसभा के चुनावों में फ़ेल हुआ था। उस चुनाव प्रचार में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव प्रचार को पाकिस्तान, मांस कारोबार (पिंक रेवोल्यूशन) आदि पर केंद्रित कर दिया था, लिहाजा लालू प्रसाद यादव-नीतीश कुमार और कांग्रेस के गठबंधन ने बीजेपी को बुरी तरह से पराजित कर दिया था। यही फ़ॉर्मूला भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात विधानसभा के चुनावों में भी अपनाया था लेकिन बहुत मुश्किल से वह अपनी सरकार बचा पायी।