नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जातीय समीकरण और मंत्रियों की जाति बताए जाने का प्रचार जोर शोर से चल रहा है। किसी भी मंत्रिमंडल विस्तार में जाति की चर्चा संभवतः उतनी तेज़ी से नहीं हुई, जितनी कि इस विस्तार में हुई है। ख़ासकर उत्तर प्रदेश के मंत्रियों की चर्चा ख़ूब हुई, जहाँ से 7 मंत्रियों को मंत्रिपरिषद में जगह मिली है।