लखीमपुर खीरी की घटना ने किसान आंदोलन की वजह से पहले से ही हलकान बीजेपी को और मुसीबत में डाल दिया है। पार्टी को इस बात का डर सता रहा है कि इस घटना से भड़का आक्रोश इस इलाक़े में उसे उसके पुराने प्रदर्शन को दोहराने से रोक सकता है और अगर ऐसा हुआ तो यह निश्चित रूप से सत्ता से उसकी विदाई का रास्ता तैयार कर सकता है।