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हमारे अजेंडे में किसी को डिटेंशन कैंप भेजने या बाहर कहीं भेजने का कोई कार्यक्रम नहीं है। राजनीतिक दल धर्म के नाम पर लोगों को भड़का रहे हैं।
जी. किशन रेड्डी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
उत्तर प्रदेश मे कई जगह प्रदर्शन
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भी कई जगहों पर लोग इस क़ानून की जोरदार मुखालफत कर रहे हैं और पुलिस को हालात संभालने में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ में इस क़ानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। लखनऊ के डालीगंज इलाक़े में भी नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में प्रदर्शन किए जाने की ख़बर है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस चौकियों को भी निशाना बनाया गया है। इसके अलावा ठाकुरगंज में भी पथराव हुआ है और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग की है।लखनऊ में ही 20 मोटरसाइकिलों, 10 कारों, 3 बसों को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा 4 मीडिया ओबी वैन में भी उपद्रवियों ने आग लगा दी।
मुख्यमंत्री का कड़ा रुख
उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद सख़्त रुख अपनाया है। गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों की बैठक बुलाई।बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदर्शन के नाम पर कोई भी हिंसा में शामिल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करेगी और जो भी लोग दोषी पाये जाएँगे, उनकी प्रॉपर्टी को जब्त कर इससे हिंसा में हुई क्षति की भरपाई की जाएगी।
संभल में हिंसा के बाद जिला मजिस्ट्रेट ने अगले आदेश तक इंटरनेट को बैन कर दिया है। प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वालों के ख़िलाफ़ पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही है और पूरी तरह अलर्ट है। पुलिस ने विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए राज्य में धारा 144 भी लागू की है लेकिन फिर भी लोग सड़कों पर उतर रहे हैं।
Lucknow: Protest against #CitizenshipAct turns violent in Hazratganj. Protesters pelted stones, Police resorted to lathi charge. A media OB van has also been set ablaze. pic.twitter.com/1W8LVdwvov
— ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019
Lucknow: Vehicles set ablaze in Hasanganj during protest against #CitizenshipAmendmentAct. pic.twitter.com/x2rhSsNnQx
— ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019
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