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लखीमपुर खीरी मामला: अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष को मिली जमानत

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य अभियुक्त और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने जमानत दे दी है। मिश्रा को यह जमानत ऐसे वक्त में मिली है जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चरम पर है। बता दें कि अजय मिश्रा टेनी की केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग को किसानों से लेकर विपक्षी दलों ने जोर-शोर से उठाया था।

लखीमपुर खीरी की घटना में किसानों को गाड़ियों से रौंद दिया गया था। घटना में कुल 8 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 4 किसान भी थे। 

किसानों के साथ ही बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं शुभम मिश्रा, श्याम सुंदर निषाद और हरि ओम मिश्रा की भीड़ ने जान ले ली थी। एक पत्रकार की भी मौत इस घटना में हुई थी। 

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पुलिस ने इस मामले में 5000 पन्नों की चार्जशीट अदालत में जमा की थी। पुलिस ने चार्जशीट में आशीष मिश्रा को मुख्य अभियुक्त बनाया था। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी लगातार इस बात को कहते रहे थे  कि वारदात के दौरान उनका बेटा वहां मौजूद नहीं था और वह दंगल के आयोजन स्थल पर था। 

आशीष मिश्रा ने भी इस बात को कहा था कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था। लेकिन चार्जशीट में इस बात का जिक्र किया गया है कि आशीष मिश्रा घटनास्थल पर मौजूद था और उसने फायरिंग की थी। आशीष मिश्रा के मामा वीरेंद्र शुक्ला को भी चार्जशीट में अभियुक्त बनाया गया है। 

चार्जशीट में कहा गया है कि वीरेंद्र शुक्ला किसानों को रौंदने वाली गाड़ियों के काफिले में शामिल स्कॉर्पियो कार में मौजूद था। चार्जशीट के मुताबिक इस मामले में कुल 14 लोग अभियुक्त हैं।

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इस मामले में दो एफआईआर दर्ज हुई थीं। पहली एफआईआर जगजीत सिंह नाम के किसान और पत्रकार की मौत मामले में दर्ज हुई थी जिसमें आशीष मिश्रा उर्फ मोनू और 15 से 20 अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। दूसरी एफआईआर बीजेपी के कार्यकर्ता सुमित जायसवाल की ओर से बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं और ड्राइवर की मौत के मामले में दर्ज कराई गई थी। 
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क़मर वहीद नक़वी
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