अमेठी में ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री के उद्धाटन को लेकर राहुल गाँधी और स्मृति ईरानी आमने-सामने आ गए हैं। बता दें कि 3 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राहुल के संसदीय क्षेत्र अमेठी गए थे। प्रधानमंत्री ने अमेठी के कोरवा में ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री का उद्घाटन किया था।
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प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री का पूरा इस्तेमाल नहीं किया गया और इसमें आधुनिक राइफ़लों के निर्माण का भी काम शुरू नहीं हुआ। इसके बाद सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर आदतन झूठ बोलने का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री में पिछले कई सालों से छोटे हथियारों का उत्पादन हो रहा है।
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राहुल के ट्वीट का जवाब देने के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आगे आईं। स्मृति ने साल 2010 की 2 ख़बरों को ट्वीट करते हुए कहा कि अगर कोरवा में 2010 में आपने शिलान्यास किया तो 2007 में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के संबंध में जो हुआ उस पर आप का क्या कहना है?
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इसके बाद ईरानी ने 2007 में ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री के उद्धाटन में राहुल गाँधी के मंच पर मौजूद होने को लेकर दो फ़ोटो ट्वीट की हैं। स्मृति ने लिखा कि यह शिलान्यास 2007 में हुआ है लेकिन राहुल ने कहा है कि उन्होंने यह 2010 में किया। अब यह बताएँ कि सही क्या है 2007 या 2010?
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बता दें कि स्मृति ईरानी ने पिछला लोकसभा चुनाव अमेठी से ही लड़ा था। पिछले 5 साल में ईरानी अमेठी में लगातार सक्रिय रही हैं। इस बार भी इस बात की प्रबल संभावना है कि ईरानी अमेठी से ही चुनाव मैदान में उतर सकती हैं। ख़ुद प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ईरानी की जमकर तारीफ़ करते हुए कहा था कि स्मृति ने अमेठी में जीतने वाले उम्मीदवार से ज़्यादा काम किए हैं। अमेठी राहुल गाँधी की परंपरागत सीट है और इस बार भी वह यहीं से चुनाव लड़ सकते हैं। बीजेपी की कोशिश है कि राहुल को उनके ही गढ़ में घेर कर रखा जाए जिससे वह चुनाव प्रचार के लिए बाहर न जा सकें।
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