राष्ट्रीय महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश पुलिस से कहा है कि वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ कार्रवाई करे। अखिलेश यादव ने कुछ दिन पहले बीजेपी की निलंबित नेता नूपुर शर्मा के बारे में ट्वीट किया था। आयोग का कहना है कि यह ट्वीट उकसाने वाला और नफरत फैलाने वाला है।
सुप्रीम कोर्ट ने बीते हफ्ते नूपुर शर्मा को फटकार लगाते हुए काफी तल्ख टिप्पणियां की थी और उनसे माफी मांगने के लिए कहा था।
नूपुर शर्मा ने एक टेलीविजन चैनल पर डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को ट्वीट करते हुए कहा था कि सिर्फ मुख को नहीं शरीर को भी माफी मांगनी चाहिए और देश में शांति और सौहार्द बिगाड़ने की सजा भी मिलनी चाहिए।
महिला आयोग की ओर से उत्तर प्रदेश के डीजीपी डीएस चौहान को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री का यह ट्वीट नूपुर शर्मा के खिलाफ नफरत और दो धार्मिक समूहों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य को भड़काने वाला है।
सिर्फ़ मुख को नहीं शरीर को भी माफ़ी मांगनी चाहिए और देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सज़ा भी मिलनी चाहिए। pic.twitter.com/KaQXIAutrt
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 1, 2022
उन्होंने कहा है कि इस ट्वीट की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है और उत्तर प्रदेश पुलिस को पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा है कि क्योंकि इस मामले को न्यायपालिका देख रही है इसलिए यह बयान पूरी तरह अवांछित है। रेखा शर्मा ने कहा है कि नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और अखिलेश यादव का ट्वीट नूपुर शर्मा के खिलाफ आम लोगों को उकसाने वाला है।
उन्होंने पुलिस से कहा है कि इस मामले में तय समय के भीतर सही जांच की जाए और 3 दिनों के भीतर कार्रवाई की जाए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में नूपुर शर्मा की टिप्पणी के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुए थे और इस दौरान प्रयागराज और कानपुर में हिंसा भी हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की थी।
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