राजनीति में कोई आपका कितना ही करीबी हो, उस पर यह भरोसा नहीं किया जा सकता कि आज वह आपके साथ है तो कल भी आपके साथ ही रहेगा। यह बात सोमवार को महाराष्ट्र की विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान सच साबित हुई।