हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के एक दिन बाद ही बुधवार को समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी कर दी है। इसमें छह सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी गई है। हॉट सीट करहल और मिल्कीपुर की जिन सीटों पर लोगों की नज़रें थीं उनके लिए भी नामों की घोषणा की गई है।
करहल से तेज प्रताप यादव को चुनाव मैदान में उतारा गया है। वह मुलायम सिंह के बड़े भाई के पोते हैं। वे मैनपुरी से सांसद रह चुके हैं। मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद को टिकट दिया है। वह अयोध्या संसदीय सीट से चुनाव जीतने वाले अवधेश प्रसाद के बेटे हैं।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 9, 2024
उत्तर प्रदेश की दस विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं। सपा ने इनमें से छह सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की, जहां इस साल के अंत में उपचुनाव होने हैं।
यहां जारी सूची में कहा गया है कि पार्टी ने करहल से तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा है, जबकि उसने सीसामऊ सीट से नसीम सोलंकी, फूलपुर (प्रयागराज) से मुस्तफा सिद्दीकी और मिल्कीपुर (अयोध्या) से अजीत प्रसाद को टिकट दिया है। इसमें कहा गया है कि शोभावती वर्मा और ज्योदी बिंद को क्रमशः कटेहरी और मझवां सीट से पार्टी ने टिकट दिया है।
इन दस सीटों पर उपचुनाव होने हैं
इंडिया ब्लॉक का हिस्सा सपा ने कहा है कि वह कांग्रेस के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेगी, जो पार्टी से पांच सीटों की मांग कर रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सपा के साथ कोई सीट साझा नहीं की। माना जा रहा है कि सपा दो सीटें देने को तैयार है। तो सवाल है कि क्या सपा ने यह सूची बिना कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग समझौता के ही जारी कर दी? यदि ऐसा है तो अब कांग्रेस क्या फ़ैसला करेगी?
तेज प्रताप यादव के सामने बीजेपी से कौन?
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा सोमवार को मैनपुरी के पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी का प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद भाजपा में ऐसे प्रत्याशी के चयन को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं जो सैफई परिवार के एक और सदस्य को विधानसभा में जाने से रोक सके।
अभी तक भाजपा करहल उपचुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी के चयन में समय लगा रही थी। केंद्रीय मंत्री और आगरा से सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। हालांकि, अखिलेश ने इस साल कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जिससे करहल सीट खाली हो गई। अगस्त महीने में करहल के दौरे के दौरान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दावा किया था कि भाजपा करहल उपचुनाव में बड़े अंतर से जीतेगी।
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