पुलिस द्वारा क़ानून अपने हाथ में लेने का एक मामला उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले में देखने को मिला है। दो पुलिस वालों ने एक मोटरसाइकिल सवार को बीच सड़क पर बुरी तरह पीटा और वह भी उसके नाबालिक भतीजे के सामने। इस घटना में उस नाबालिक को भी चोट लगी है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने दोनों पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है और उनके ख़िलाफ़ विभागीय जाँच का आदेश दे दिया है।
नेपाल से सटे सीमाई ज़िले में पुलिस वालों ने मोटरसाइकिल पर जा रहे रिंकू पांडेय को रोका, उसके साथ किसी बात पर कुछ कहासुनी हो गई। उसके बाद उसे बीच सड़क पर घसीट कर दोनों पुलिस वालों ने उसे बुरी तरह पीटा। वीडियो में एक नाबालिक बच्चा भी है जो कुछ कहता हुआ दिखता है।
किस मुद्दे पर कहासुनी हुई, यह अभी साफ़ नहीं हुआ है। पर यह साफ़ दिख रहा है कि सब-इंस्पेक्टर वीरेंद्र मिश्रा और हेड कांस्टेबल महेंद्र प्रसाद उस आदमी को भद्दी गालियाँ दे रहे हैं और बुरी तरह पीट रहे हैं। उसे ज़मीन पर गिरा दिया गया और एक पुलिस वाला उसकी पीठ पर बैठ कर उसे पीटने लगा। उस आदमी के बाल भी बुरी तरह खींचे गए।
उस वीडियो में यह भी दिख रहा है कि वह आदमी कहता है, 'यदि मैंने ग़लती की है तो मुझे लॉक अप में डाल दो। पर यह तो बताओ कि मेरी ग़लती क्या है?' पर पुलिस वाले उसकी एक नहीं सुनते और उसकी पिटाई जारी रखते हैं।
इस वारदात का वीडियो वायरल होने के बाद दोनों पुलिस वालों को निलंबित कर दिया गया है। उनके ख़िलाफ़ जाँच का आदेश दे दिया गया है।
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