नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी के 2014 का चुनाव जीतने के बाद भारतीय इतिहास को फिर से लिखने की कोशिशें एक बार फिर शुरु हुईं ताकि हिन्दू राष्ट्रवाद के सिद्धांत को वैध ठहराया जा सके। ये कोशिशें उसी समय शुरू हो गई थीं, जब बीजेपी ने 1999 से 2004 के बीच पहली बार देश पर शासन किया था।