हैदराबाद में गैंगरेप की शिकार हुई नाबालिग की फोटो शेयर करने पर बीजेपी के विधायक एम. रघुनंदन राव के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। हैदराबाद में 28 मई को नाबालिग के साथ कार में बलात्कार किया गया था। यह कार तेलंगाना में सरकार चला रही टीआरएस के एक विधायक की थी।
नाबालिग के साथ 5 लोगों ने बलात्कार किया था जिसमें से तीन किशोर हैं।
विधायक एम. रघुनंदन राव के खिलाफ पुलिस में दी गई शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने नाबालिग की कुछ फोटो और एक वीडियो क्लिप को शेयर कर उसकी पहचान को उजागर कर दिया है। यह कानूनन अपराध है।
पीड़िता की पहचान उजागर करने के जुर्म में आईपीसी की धाराओं के तहत विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
4 जून को बीजेपी विधायक राव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वीडियो दिखा कर कहा था कि वीडियो में जो युवक दिखाई दे रहा है वह एआईएमआईएम के विधायक का बेटा है। उन्होंने कहा था कि इस मामले में विधायक के बेटे का हाथ होने को लेकर उनके पास कई और सुबूत हैं।
हालांकि विधायक ने कहा था कि इस वीडियो में लड़की का चेहरा नहीं दिख रहा है और वीडियो के जरिए पीड़िता की पहचान नहीं की जा सकती है।
विधायक का कहना था कि पुलिस ने इस मामले में विधायक के बेटे को क्लीन चिट देने में जल्दबाजी की है और इस वजह से ही उन्हें इस वीडियो को सुबूत के तौर पर जारी करना पड़ा।
कांग्रेस ने की थी आलोचना
तेलंगाना कांग्रेस ने बीजेपी विधायक के द्वारा इस वीडियो को जारी किए जाने को लेकर उनकी आलोचना की थी। कांग्रेस नेता मनिक्कम टैगोर ने कहा था कि उन्होंने पीड़िता की पहचान को उजागर करके सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है और ऐसा उन्होंने अपने राजनीतिक फायदे के लिए किया है।
नाबालिग के साथ बलात्कार की घटना पार्किंग में हुई थी और इससे पहले आरोपियों ने उसे घर पर छोड़ देने का ऑफर दिया था। अभी तक इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में सामने आई सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि नाबालिग आरोपियों के साथ एक पब के बाहर खड़ी थी और यहीं पर उसकी आरोपियों से मुलाकात हुई थी।
बीजेपी ने इस मामले में कई दिनों तक लगातार प्रदर्शन किया था। बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के डीजीपी से मांग की है कि हैदराबाद गैंगरेप मामले की जांच सीबीआई को ट्रांसफर कर दी जाए।
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